जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला – ठाणे के तीन पर्यटकों की मौत, छह सुरक्षित

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में महाराष्ट्र के ठाणे जिले से आए पर्यटकों के एक समूह पर हमला हुआ, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि छह अन्य पर्यटक सुरक्षित बताए जा रहे हैं। यह घटना सोमवार शाम को उस समय हुई जब यह परिवार घूमने निकला था।
मृतकों की पहचान अतुल श्रीकांत मोणे (43 वर्ष), हेमंत सुहास जोशी (45 वर्ष) और संजय लक्ष्मण लेले (50 वर्ष) के रूप में हुई है। ये सभी ठाणे, महाराष्ट्र के निवासी थे।
इस हमले में बचने वालों में अनुष्का अतुल मोणे, रूचा अतुल मोणे, मोनिका हेमंत जोशी, ध्रुव हेमंत जोशी, कविता संजय लेले, और हर्षल संजय लेले शामिल हैं। सभी सुरक्षित हैं और उन्हें वापस लाने की प्रक्रिया प्रशासन द्वारा शुरू की जा चुकी है।
हमले की जांच शुरू कर दी गई है, और पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और शहीद पर्यटकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है।
जागरुक पालघर द्वारा विशेष रिपोर्ट
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला: महाराष्ट्र के ठाणे जिले के 9 पर्यटक थे मौजूद, 3 की मौत, 6 सुरक्षित
जम्मू-कश्मीर | 22 अप्रैल 2025
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम के बाइसारन इलाके में सोमवार को हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस हमले में महाराष्ट्र के ठाणे जिले से गए 9 पर्यटकों का एक दल भी शामिल था, जिनमें से 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य 6 पर्यटक सुरक्षित हैं।
बताया जा रहा है कि हमलावरों ने पर्यटकों के एक समूह को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध गोलियां चलाईं। इस हमले में कुल 28 लोगों की मौत हुई और 20 से अधिक घायल हैं। मारे गए तीनों पर्यटक ठाणे जिले के अलग-अलग हिस्सों से थे और अपने दोस्तों व परिवार के साथ छुट्टियां मनाने कश्मीर पहुंचे थे।
गौरतलब है कि इस हमले की जिम्मेदारी प्रतिबंधित आतंकी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली है, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा संगठन माना जाता है। आतंकियों ने हमले में M4 कार्बाइन और AK-47 जैसे घातक हथियारों का इस्तेमाल किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने इस कायराना हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
महाराष्ट्र सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है, वहीं स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षित लौटे सभी पर्यटकों को विशेष सुरक्षा के बीच उनके गृहनगर भेजने की तैयारी शुरू कर दी है।
यह हमला न केवल पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा रहा है, बल्कि यह भी साबित करता है कि आतंकवाद के खात्मे के लिए अब और कड़े कदम उठाने की जरूरत है। देश की संवेदनाएं इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ हैं।