पालघर: समुद्र तटों पर डूबने वाले पर्यटकों को बचाने के लिए अब पालघर जिला प्रशासन ने आधुनिक तकनीक का सहारा लिया है। पालघर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जिले के पश्चिमी तट पर स्थित छह समुद्री पुलिस स्टेशनों और चार नगर परिषदों को रोबोटिक बोट्स वितरित की गई हैं, जो अब जीवन रक्षक की भूमिका निभाएंगी।पालघर के समुद्र तटों—खासकर केलवा, सतपाटी, डहाणू, और अर्नाला—पर सप्ताहांत और छुट्टियों के दिनों में बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। भीड़ के चलते अक्सर सुरक्षा व्यवस्था पर दबाव पड़ता है और कई बार डूबने की घटनाएं सामने आती हैं। इन घटनाओं में बचाव करने के प्रयास में कई लोगों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी है।
लेकिन अब इस स्थिति को बदलने की पहल की गई है। रोबोटिक बोट, जिसे रिमोट कंट्रोल के जरिए संचालित किया जा सकता है, डूबते व्यक्ति तक तेजी से पहुंचती है और उसे सुरक्षित बाहर निकाल सकती है। यह बोट समुद्र की लहरों में स्थिर रहते हुए सटीक दिशा में बढ़ सकती है, जिससे मानवीय जोखिम काफी हद तक कम हो जाएगा।
जिला प्रशासन का मानना है कि यह तकनीक आने वाले समय में समुद्र तटों पर पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में एक क्रांतिकारी कदम साबित होगी। रोबोटिक बोट की तैनाती से बचाव कार्य पहले से कहीं अधिक प्रभावशाली और सुरक्षित बन सकेगा।