महाराष्ट्र के तारापुर में अवैध दवा उत्पादन का भंडाफोड़, कंपनी का लाइसेंस खतरे में,सूत्र

भारत में बनने वाली ट्रामाडोल, टैपेंटाडोल और केरेसोप्रोडॉल जैसी ओपिओइड दवाओं का अफ्रीकी देशों में गलत इस्तेमाल हो रहा है। इस बड़े खुलासे के बाद भारत सरकार और महाराष्ट्र सरकार की संयुक्त औषधि निरीक्षक टीम ने कार्रवाई करते हुए महाराष्ट्र की एवियो (Aveo) नामक दवा निर्माता कंपनी पर छापा मारा। इस दौरान कंपनी का पूरा स्टॉक जब्त कर लिया गया और आगे के उत्पादन पर रोक लगा दी गई है।
BBC रिपोर्ट में क्या सामने आया?
21 फरवरी को BBC न्यूज़ चैनल पर एक स्टिंग ऑपरेशन प्रसारित किया गया, जिसमें बताया गया कि भारत में बनीं कुछ ओपिओइड दवाओं की बड़े पैमाने पर नाइजीरिया और घाना जैसे अफ्रीकी देशों में तस्करी की जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र की एवियो (Aveo) कंपनी टैपेंटाडोल दवा को अफ्रीकी बाजार में सप्लाई कर रही थी।
सरकारी टीम ने की बड़ी कार्रवाई
BBC की रिपोर्ट के तुरंत बाद, औषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1950 के तहत महाराष्ट्र सरकार ने एवियो कंपनी के गोदाम और उत्पादन केंद्र पर छापा मारकर वहां रखा पूरा स्टॉक जब्त कर लिया। इसके साथ ही, कंपनी को पहले ही कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था और अब इस पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
भारत सरकार का बड़ा फैसला
इस घटना के बाद भारत सरकार ने सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि वे टैपेंटाडोल और केरेसोप्रोडॉल जैसी दवाओं के निर्यात के लिए जारी किए जाने वाले ‘ना हरकत प्रमाणपत्र’ (NOC) को तत्काल रद्द करें और इन दवाओं के निर्माण की अनुमति वापस लें। महाराष्ट्र सरकार ने इन आदेशों पर पहले ही अमल शुरू कर दिया है।
महाराष्ट्र सरकार का सख्त रुख
अवैध दवा तस्करी से महाराष्ट्र और भारत की छवि खराब न हो इसके लिए महाराष्ट्र सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। अन्न एवं औषधि प्रशासन ने साफ कर दिया है कि ऐसी गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल कंपनियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी।
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