वाडा पुलिस की बड़ी कार्रवाई: नकली नोटों की अदला-बदली करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार


कैसे हुआ खुलासा?
22 फरवरी 2025 को वाडा पुलिस को सूचना मिली थी कि पाली गांव की सीमा में कुछ लोग असली और नकली नोटों की अदला-बदली करने वाले हैं। इस जानकारी के आधार पर पुलिस टीम ने पाली नाका पर जाल बिछाया।
दोपहर 3:45 बजे, विक्रमगढ़ की ओर से एक सिल्वर रंग की मारुति अर्टिगा कार (MH-04-JM-3135) पाली की जिला परिषद स्कूल के गेट के पास आकर रुकी। कार से दो लोग उतरे और पहले से खड़े एक संदिग्ध व्यक्ति से बातचीत करने लगे। तभी मौके पर पहले से मौजूद पुलिस टीम ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए तीनों को पकड़ लिया।
बरामद सामान:
जांच के दौरान आरोपियों के पास से—
✅ ₹100 के नोटों के 17 बंडल और ₹500 के नोटों के 16 बंडल बरामद हुए, जो नकली थे।
✅ ₹500 और ₹100 के बंडलों में सबसे ऊपर और नीचे असली नोटें थीं, लेकिन बीच की सारी नोटें नकली थीं।
✅ कुल 14 लाख रुपये की नकली नोटें मिलीं, जिन पर “भारतीय बच्चो का बैंक” लिखा था।
✅ इसके अलावा, ₹500 के असली 2 बंडल (कुल ₹1 लाख) भी बरामद हुए।
✅ नोटें बनाने में इस्तेमाल होने वाली काली पन्नी, पारदर्शी प्लास्टिक शीट और गोंद पट्टी भी जब्त की गई।
गिरफ्तार आरोपी:
1️⃣ विकास उर्फ विक्की प्रकाश पवार (32 वर्ष, निवासी शिरिषपाड़ा, वाडा)
2️⃣ इम्तियाज बशीर शेख (56 वर्ष, निवासी कासा बुद्रुक, विक्रमगढ़)
3️⃣ वसीम अनवर सैयद (36 वर्ष, निवासी क-हे तलावली, विक्रमगढ़)
इन धाराओं में हुआ मामला दर्ज
वाडा पुलिस स्टेशन में गु.र.नं. 83/2025 के तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 318(4), 180, 182, 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में कार्रवाई
इस कार्रवाई को पुलिस अधीक्षक बाळासाहेब पाटिल, अपर पुलिस अधीक्षक विनायक नरळे और उपविभागीय पुलिस अधिकारी गणपत पिंगळे के मार्गदर्शन में अंजाम दिया गया।
इस ऑपरेशन में पुलिस निरीक्षक दत्तात्रय किंद्रे, उपनिरीक्षक सागर मालकर, मयुरेश अंबाजी, मयुर शेवाळे, पुलिस हवलदार गुरुनाथ गोतारने, विजय मढवी, मनोज चौधरी, गजानन जाधव, भुषण खिल्लारे, संतोष वाकचौरे आदि पुलिसकर्मियों ने अहम भूमिका निभाई।
वाडा पुलिस की बड़ी सफलता
इस कार्रवाई से नकली नोटों के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस आगे जांच कर रही है कि इस गिरोह के तार और किन-किन लोगों से जुड़े हुए हैं।