विरार-दहानू रेल परियोजना: तीसरी-चौथी लाइन का 35% काम पूरा, 2027 तक होगी तैयार

क्या होगा फायदा?
यह परियोजना मुंबई-अहमदाबाद/दिल्ली मार्ग की रेल क्षमता को बढ़ाएगी।
उपनगरीय यात्रियों को राहत मिलेगी, क्योंकि लोकल ट्रेनों के लिए एक अलग समर्पित कॉरिडोर तैयार किया जाएगा।
लंबी दूरी की ट्रेनों और लोकल ट्रेनों का परिचालन अधिक सुचारू होगा।
64 किमी लंबी परियोजना, 9 स्टेशन होंगे शामिल
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, इस परियोजना की कुल लंबाई 64 किलोमीटर होगी, जिसमें 9 रेलवे स्टेशन शामिल हैं। मुंबई रेलवे विकास निगम (MRVC) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक विलास सोपान वाडेकर ने बताया कि यह प्रोजेक्ट उपनगरीय नेटवर्क की भीड़ कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
वर्तमान स्थिति और भविष्य की योजना
वर्तमान में विरार-दहानू रोड के बीच सिर्फ दो रेलवे लाइनें हैं, जिन पर लोकल और एक्सप्रेस ट्रेनें एक साथ संचालित होती हैं। इस कारण लोकल ट्रेनों की संख्या बढ़ाने में दिक्कत होती है। लेकिन तीसरी और चौथी लाइन बनने के बाद उपनगरीय सेवाएं बढ़ेंगी।
बोरीवली से विरार के बीच फास्ट लोकल ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा सकेगी।
लंबी दूरी की ट्रेनों का परिचालन समयबद्ध और सुगम होगा।
विरार, वैतरणा, सफाले, केल्वे रोड, उमरोली और दहानू रोड स्टेशनों पर नए भवन और पुलों का निर्माण जारी है।
निर्धारित समय पर पूरा करने का लक्ष्य
एमआरवीसी के अनुसार, भूमि अधिग्रहण और सभी प्रमुख स्वीकृतियों के साथ इस परियोजना को निर्धारित समय में पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। यात्रियों को आरामदायक यात्रा का अनुभव देने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।